tag:blogger.com,1999:blog-8281509154167601172.post6302809719000774700..comments2023-10-30T02:15:31.867-07:00Comments on दोस्त: खबर नहीं बना विस्फोटCRY के दोस्तhttp://www.blogger.com/profile/12227505473720356706noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8281509154167601172.post-57583528330234212432009-02-08T05:25:00.000-08:002009-02-08T05:25:00.000-08:00भारत का मिडिया सतत टीआरपी के चक्कर में रहता है। ...भारत का मिडिया सतत टीआरपी के चक्कर में रहता है। उसे इन "मामूली" बातों से क्या लेना-देना?<BR/><BR/><BR/>( आपका यह सद्विचार "सामाजिक बदलाव बारिश की तरह अपने-आप होने वाली घटना नहीं" बहुत सटीक लगा।)अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8281509154167601172.post-76514925629134929142009-02-08T05:02:00.000-08:002009-02-08T05:02:00.000-08:00इतना कुछ होते हुए भी ...हालात बदतर हैं ....क्या ध्...इतना कुछ होते हुए भी ...हालात बदतर हैं ....क्या ध्यान है कहाँ ध्यान है समझ नही आता .....अच्छा लेख <BR/><BR/>अनिल कान्त <BR/><A HREF="http://www.meraapnajahaan.blogspot.com/" REL="nofollow">मेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति </A>अनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.com